भाद्रपद माह के आगमन के साथ ही एक विशेष और अद्वितीय उत्पाद की बात होती है, जो पूरे वर्ष में केवल एक बार मिलता है – भादवे का वैदिक बिलोना घी। इस घी की विशेषता और उसके लाभ को लेकर आप में से बहुत से लोगों ने मुझसे पूछा है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि भादवे का घी इतना खास क्यों है और इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
भाद्रपद माह और घी का महत्व
भाद्रपद माह 30 अगस्त से 29 सितम्बर तक रहेगा। इस दौरान बनाए जाने वाले भादवे के घी की प्री-बुकिंग अब शुरू हो चुकी है और इसकी होम डिलीवरी 5 सितम्बर से शुरू होगी। भादवे का घी विशेष रूप से इस माह में तैयार किया जाता है, जब घास पक जाती है।
यह घास वास्तव में दुर्लभ औषधियाँ हैं, जिनमें धामन भी शामिल है, जो गायों को बेहद प्रिय होता है। ये घास खेतों और मार्गों के किनारे उगती हैं और जब दो शुक्ल पक्ष गुजर जाते हैं, तो चंद्रमा का अमृत इनमें समा जाता है। इस घास की गुणवत्ता अत्यंत बढ़ जाती है और गायें इन्हें चरकर अपने दूध में अमृत रस को परिवर्तित करती हैं।
भादवे का घी कैसे बनता है?
भादवे का घी एक विशेष प्रक्रिया से बनता है। गायों द्वारा चराई गई घास से प्राप्त दूध को दही में बदला जाता है। इस दही को मथा जाता है और पीलापन लिए नवनीत निकलता है। एकत्रित मक्खन को गर्म करके घी तैयार किया जाता है, जिसे भादवे का घी कहा जाता है।
भादवे का घी के लाभ
भादवे का घी सेहत के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसके कई उपयोग हैं:
- खाना: सब्जी या चूरमे के साथ इसे खा सकते हैं।
- स्वास्थ्य: यदि ज्यादा है तो खा लें, कम है तो नाक में चुपड़ लें, हाथों में लगाकर चेहरे पर मल लें, या बालों में लगाएं।
- दूध में डालें: दूध में डालकर पी सकते हैं।
- मालिश: बुजुर्गों के लिए घुटनों और तलुओं पर मालिश कर सकते हैं।
यह घी न केवल शरीर के लिए लाभकारी है, बल्कि हवन, देवपूजन और श्राद्ध में भी इसका उपयोग अत्यंत शुभ माना जाता है। यह घी वातावरण, देवताओं और पितरों को तृप्त करता है।
घी की गुणवत्ता
भादवे के महीने में बनाए गए घी की गुणवत्ता तब और बढ़ जाती है, जब गायें पैदल चलकर गौचर में चरती हैं, तालाब का पानी पीती हैं, और मिट्टी के बर्तनों में बिलौना किया जाता है। इसलिए, भादवे के महीने के घी को घर पर या किसी विश्वासपात्र व्यक्ति से बनवाना अत्यंत आवश्यक है, ताकि इसके गुणों का पूरा लाभ मिल सके।
मूल्य और उपलब्धता
इस महीने के घी का मूल्य उच्च होता है, क्योंकि यह गोपालकों के लिए एक विशेष समय होता है। यदि आप इस अमृत का अनुभव करना चाहते हैं, तो जल्दी से जल्दी इसे बुक कर लें। भादवे का घी केवल इस महीने ही उपलब्ध होता है और अब कुछ ही दिन शेष हैं।
ऑनलाइन बुकिंग: गव्यमार्ट भादवे का घी
आप भी इस विशेष घी का लाभ उठाएं और इसके अद्वितीय गुणों का अनुभव करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (Q&A)
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भादवे का घी क्या खास बनाता है?
भादवे का घी भाद्रपद माह के दौरान विशेष घास से बनाया जाता है, जिसमें चंद्रमा का अमृत समाया होता है। यह घी आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अत्यंत लाभकारी और विशेष माना जाता है। -
क्या भादवे का घी का स्वाद अलग होता है?
हाँ, भादवे का घी का स्वाद अन्य घियों की तुलना में अधिक समृद्ध और विशिष्ट होता है। इसका विशेष स्वाद और खुशबू इसे अन्य घियों से अलग बनाते हैं। -
भादवे का घी का स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव होता है?
भादवे का घी में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को गर्मी प्रदान करते हैं, पाचन सुधारते हैं, और त्वचा को पोषण देते हैं। यह आयुर्वेदिक उपचार में भी उपयोगी है। -
क्या मैं भादवे का घी ऑनलाइन बुक कर सकता हूँ?
जी हाँ, आप गव्यमार्ट के माध्यम से भादवे का घी ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। इसकी प्री-बुकिंग शुरू हो चुकी है और होम डिलीवरी 5 सितम्बर से शुरू होगी। -
भादवे का घी की कीमत क्यों अधिक होती है?
भादवे का घी की कीमत अधिक होती है क्योंकि यह केवल एक विशेष समय पर तैयार किया जाता है और इसमें उच्च गुणवत्ता वाली घास और विशिष्ट प्रक्रिया शामिल होती है। -
क्या इस घी का उपयोग केवल खाना पकाने के लिए ही किया जा सकता है?
नहीं, भादवे का घी का उपयोग खाना पकाने के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ, स्किन केयर, और हवन, देवपूजन में भी किया जाता है।
भादवे का घी को ठंडी और सूखी जगह पर airtight कंटेनर में संग्रहित करना चाहिए ताकि इसका स्वाद और गुण लंबे समय तक बने रहें।